मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी के लिए मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं,, सबसे बड़ी मुश्किल बी जे पी के लिए ये है की चुनाव वास्तव में भाजपा बनाम कांग्रेस का ना रहकर भाजपा बनाम जनता हो गया है ,, एक अजीब सी नाराजगी हर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस छोड़कर आए प्रत्याशियों के लिए साफ तौर पर नजर आ रही है ,, इसके अलावा 35 करोड़ के लेनदेन की बात भी कहीं ना कहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं के मन में बैठी हुई है! ,,, जिसने सभी संभावित प्रत्याशियों के लिए ज्यादा मुश्किलें खड़ी कर दी है , इतना ही नहीं लगभग 22 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय बड़े चेहरे मौजूद हैं ,, जो कांग्रेस छोड़कर आये भाजपाई प्रत्याशियों का चुपचाप विरोध करते नजर आ रहे हैं,, ऐसे में अब तक ग्वालियर चंबल में जीत हार का कारण रहे परंपरागत मुद्दे दरकिनार होते नजर आ रहे हैं ,चाहे वह जातिगत समीकरण हो या फिर बसपा शायद यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी के अब तक किए गए कोई भी प्रयास सफल नजर नहीं आ रहे हैं , देखना यह होगा कि 22 अगस्त से अपना चुनावी दौरा शुरू कर रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया क्या इन हालातों को बदल पाते हैं या नहीं..... लेकिन पिछले कुछ दिनों से देखा गया है कि एक आक्रोश ग्वालियर चंबल में सिंधिया समर्थकों के लिए लगातार पनपता नजर आ रहा है ,,जहां पर भी सिंधिया समर्थक प्रत्याशी प्रचार के लिए जा रहे हैं वहां पर लोग उनको घेर रहे हैं, और विरोध करते नजर आ रहे हैं ....