Sunday, May 15, 2022
कमलनाथ की 7 बड़ी कमजोरियां
2018 में कांग्रेस को सत्ता में वापसी दिलाने वाले मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ अब भी अपनी गलतियों को सुधारते नजर नहीं आ रहे हैं,,, यही कारण है की उनके कई विश्वसनीय साथियों उनसे दूर हो चुके हैं,, और जनता में भाजपा के प्रति नाराजगी के बावजूद भी फिलहाल कांग्रेसी ही पार्टी के सत्ता में वापसी की उम्मीदें कम कर रहे हैं,, आइए जानने की कोशिश करते हैं कि क्यों भाजपा की गुटबाजी और जनता की सरकार के प्रति नाराजगी को फिलहाल भुनाने में कामयाब नजर नहीं आ रही कांग्रेस...
कमलनाथ की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि वह मध्य प्रदेश को कम समय दे रहे हैं और वह मध्यप्रदेश में भी रहते हैं तो बंगले में ही मीटिंग करते हैं आज भी ना तो उनका कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद हो पा रहा है,, और ना ही वह जनता के बीच जा पा रहे हैं
कमलनाथ की दूसरी बड़ी कमजोरी यह की जब कमलनाथ सत्ता में आए तो उन्हें उनके कुछ नए लोगो ने घेर लिया और उनके पुराने विश्वासनीय लोग दरकिनार होते गए , जो नए लोग फिलहाल कमलनाथ और कांग्रेस का प्रबंधन देख रहे हैं या तो वह बेहद उम्रदराज हैं या फिर बेहद व्यवसायिक...पूर्व में इन्ही के कारण सुरेश पचौरी और कांतिलाल भूरिया जैसे नेताओं की लुटिया डूबी
कमलनाथ के मीडिया के जमीनी लोगों से भी बिल्कुल संवाद नहीं है यही कारण है की कमलनाथ को ना तो कार्यकर्ताओं के माध्यम से और ना ही मीडिया के माध्यम से जमीनी हकीकत मालूम हो पा रही है।
कमलनाथ भले ही कोशिश कर रहे हो कि अरुण यादव ,अजय सिंह , जीतू पटवारी जैसे नेता उनके साथ चलें लेकिन हकीकत यही है कि वह सिर्फ दिखावे के लिए साथ में है ,उनके समर्थक इन नेताओं के इशारे पर अब भी कमलनाथ विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैंल
कमलनाथ की बड़ी कमजोरी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय और प्रदेश इकाइयों में नियुक्त अध्यक्ष भी हैं,, इनमें से अधिकांश कमलनाथ की तुलना में दिग्विजय सिंह की करीबी हैं,, ऐसे में कमलनाथ जब चुनावी दौरों पर जाएंगे तो यह संभावना कम है की उन्हें महिला कांग्रेस ,युवक कांग्रेस और एनएसयूआई का बहुत सपोर्ट मिले।
कमलनाथ की एक व्यक्तिगत कमजोरी अति आत्मविश्वास भी है और यही कारण है कि उन्होंने सत्ता भी गंवा दी थी,, पूरी उम्र शाही जीवन शैली और देश के नामी-गिरामी लोगों से व्यक्तिगत संबंधों के चलते उनका ये आत्मविश्वास लाजमी भी है ,लेकिन मध्य प्रदेश में सरकार गिरने के बाद उनके इन संबंधों पर नकारात्मक असर भी पड़ा है।
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