हालांकि ये 11 दिसम्बर को ही तय होगा कि एम पी में किस पार्टी की सरकार आएगी लेकिन फिलहाल दोनो ही पार्टियां हार और जीत की स्थिति में भविष्य की रूपरेखा पर मंथन में जुट गई है इसका बड़ा कारण आनेवाले 2019 के लोकसभा चुनाव है ,सबसे पहले सत्ताधारी बी जे पी की बात करे तो ये तय माना जा रहा है कि परिणाम अनुकूल रहे तो पार्टी सत्ता और संगठन के चेहरे में कोई बदलाव नही करेगी लेकिन कांग्रेस में परिणाम कुछ भी आये परिवर्तन तय माने जा रहे हैं ...वही कांग्रेस में भी लगभग ये तय माना जा रहा है कि कांग्रेस सत्ता में आती है तो कमलनाथ सी एम बनेंगे और अरुण यादव को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी जाएगी लेकिन ये भी माना जा रहा है कि अगर कांग्रेस हारती है तो अरुण यादव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनेंगे और कमलनाथ छिंदवाड़ा पर फोकस करेंगे लोकसभा चुनावों के मद्देनजर...ऐसा ही सी एम शिवराज को लेकर भी माना जा रहा है कि अगर बी जे पी सत्ता से बेदखल होती है तो शिवराज विदिशा से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं..
No comments:
Post a Comment