2018 के चुनाव के पहले की कवायद जारी है पर इन दिनों बी जे पी के लिए एम् पी में सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है और यही कारण है की सी एम् शिवराज और बी जे पी प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान दोनों चिंता में है वही संघ ने खुद अपने और पार्टी के पुराने सभी सर्वे नए हालातो के लिहाज से खारिज कर दिए हैं पार्टी और संघ नए सिरे से प्रदेश में सर्वे करवाने की तैयारी में है संघ के सर्वे में सी एम् शिवराज को लेकर भी फीडबैक लिया जाएगा तो बी जे पी का सर्वे विधायको पर फोकस होगा ...यानी बी जे पी अपनी कमजोर होती जमीन को लेकर चिंताग्रस्त होती दिख रही है वही प्रदेश में लंबे अरसे से कमजोर होती आ रही कांग्रेस के लिए हालात बदले है किसान आंदोलन और GST के चलते व्यापारियो के विरोध ने उसे उम्मीद जगाई है वही प्रकाश अम्बेडकर का कांग्रेस के साथ खड़ा होना कांग्रेस के साथ ही अरुण यादव को भी मजबूर करता दिख रहा है यानी फिलहाल बी जे पी प्रदेश अध्यक्ष के लिए समय जितना बुरा चल रहा है अरुण यादव के लिए उतना ही अनुकूल दिख रहा है...हालांकि चुनाव के पहले अभी भी इतना वक्त है जो बी जे पी जैसी पार्टी के लिए माहौल बदलने को काफी है और उनकी पार्टी की सबसे बड़ी ताकत अमित शाह इसी के चलते राज्य के तीन दिन के दौरे पर अगले माह आ भी रहे हैं....
No comments:
Post a Comment