500 करोड़ के हवाला काण्ड के उजागर होने के बाद मंत्री संजय पाठक की मुश्किलें काफी बढ़ गयी है...मामला दिल्ली दरबार में पहुँच गया है ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से SIT गठित कर इसकी जांच को ठन्डे बस्ते में डालने की कोशिश की जा सकती है ..क्योंकि बड़े मामलो को ठन्डे बस्ते में डालने का अनूठा तरीका बन गयी है SIT...
संजय पाठक वो सोने की चिड़िया है जिसका दोहन सब करना चाहते है...पहले कांग्रेस और भाजपा संगठन के कुछ नेताओ की नजरे करम पाठक पर लगातार पड़ती रही है ऐसे में संजय पाठक जब भी मुश्किल में होते है जमकर हंगामा मचता है ताकि माईनिंग किंग के खदानों की उगाही का हिस्सा उन्हें भी मिल जाए इस दफ़ा भी ऐसा ही होता दिख रहा है
एक ईंमानदार अफसर के लिए अचानक चौतरफा सहानुभूति देखकर ख़ुशी तो हो रही है लेकिन सवाल ये भी है की क्या इस ईमानदार अफसर की कोशिशो का हश्र क्या होगा क्या 500 करोड़ के हवाला के आरोपीयो को बतौर सजा पार्टी,संगठन या सरकार की तरफ से कोई कार्यवाही करके मेसेज दिया जायेगा...
सागर से संजय पाठक का बयान आया है की वो चाहते है की इस मामले में SIT गठित हो और जांच...यानी अब वो आश्वस्त हो गये है की इस मामले में आगे उनका कुछ नहीं बिगड़ने वाला ...प्रदेश में अब तक SIT ने जिन मामलो की जांच की है उनका क्या हुआ है...हालांकि बड़ी बात यही है की एक ईमानदार अफसर को अब कमलनाथ के किले में भेजा गया है इसके अलावा ये सरकार कुछ कर भी नहीं सकती थी....
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