Sunday, December 4, 2016

मेरी दिव्यांग बेटी का निकाह अब जल्द होगा : शमीम बी

भोपाल : मैं एक दिहाड़ी मजदूर हूँ और मेरे पति और बेटी दोनों ही दिव्यांग हैं। बेटी के निकाह की चिन्ता से बहुत परेशान थी पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मजदूरों का जीवन-स्तर सुधारने के साथ उनकी जरूरत और मुसीबत के वक्त सुरक्षा के लिये मजदूर सुरक्षा योजना का लाभ हम जैसे लोगों को दिलवाया है, इसके लिये हम उनके आभारी हैं। यह कहना था हरदा की शमीम बी का, जिन्हें जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रशिक्षण में मजदूर सुरक्षा योजना में विवाह सहायता योजना के लिये 25 हजार रुपये दिये गये। इसी योजना में हरदा की श्रीमती ज्योति राव और शांति नागवंशी बैतूल को मृत्यु की दशा में अंत्येष्टि अनुग्रह के लिये 80-80 हजार रुपये दिये गये।

अपंजीकृत निर्माण श्रमिक की मृत्यु पर बैतूल के श्री रूपलाल अवलेका को एक लाख 5 हजार का चेक दिया गया।

योजना में राज्य के 18 से 60 वर्ष आयु के खेतिहर मजदूरों को परिवार की स्त्री को प्रसूति व्यय और छह सप्ताह का मजदूरी का भुगतान, पति को पितृत्व अवकाश के साथ दो सप्ताह की मजदूरी का भुगतान, बच्चों को पहली कक्षा से स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिये छात्रवृत्ति, पाँचवी कक्षा तथा आगे तक प्रथम श्रेणी में पास होने वाले विद्यार्थियों को नगद पुरस्कार, विवाह सहायता योजना में कन्याओं को मदद दी जाती है।

सामाजिक सुरक्षा पेंशन

योजना में राज्य के वृद्ध, विकलांग, असहाय तथा बंधुआ मजदूरों को जिनकी आयु 60 वर्ष के ऊपर है, को प्रतिमाह 300 रुपये प्रति पेंशनधारी की दर से प्रतिमाह देय होगा। 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को 500 रुपये प्रतिमाह दिया जाता है। अब तक इस योजना में 33 लाख 35 हजार लोगों को लाभान्वित किया गया है। जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम में नौशीन, फारुख, सकीना बी, साहिल रघुवंशी तथा पवन कुमार लोधी को लाभान्वित किया गया।

मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना

मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में मध्यप्रदेश के मूल निवासी, जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक हो, जो आयकर-दाता नहीं हैं, उन्हें विभिन्न तीर्थ-स्थलों की यात्रा करवायी जाती है। अब 4 लाख 15 हजार लोगों को विभिन्न तीर्थ-स्थलों की यात्रा करवायी जा चुकी है।

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