Friday, December 2, 2016

745 करोड़ की भीकनगांव बिंजलवाडा उद्वहन सिंचाई परियोजना स्वीकृत, जनता ने माना आभार

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहुप्रतीक्षित भीकनगाँव-बिंजलवाड़ा उद्वहन सिंचाई परियोजना को मंजूरी दी है। लम्बे समय से क्षेत्र की जनता इस परियोजना को स्वीकृत करने की माँग कर रही थी। मुख्यमंत्री से सांसद श्री नन्द कुमार सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रतिनिधि-मंडल ने मिलकर इस संबंध में अवगत करवाया था। परियोजना की मंजूरी पर क्षेत्र की जनता ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का हार्दिक आभार माना है।

भीकनगांव बिंजलवाडा उद्वहन सिंचाई परियोजना से खरगोन जिले की भीकनगांव तहसील के 80, झिरन्या तहसील के 49, सनावद तहसील के 13, खण्डवा जिले की खण्डवा तहसील के 12 और पंधाना तहसील के 3 गाँव में सिंचाई से वंचित 50 हजार हेक्टेयर रकबे में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। परियोजना की लागत 745 करोड रुपये आंकी गई है। परियोजना में कोई डूब क्षेत्र नहीं होगा।

इसके लिये इंदिरा सागर परियोजना की मुख्य नहर के आर.डी. 57.850 कि.मी. से तीन चरण में 17.80 क्यूमेक्स जल लगभग 120.5 मीटर उद्वहन किया जायेगा। परियोजना में पानी उद्वहन करने के लिये 29.56 मेगावाट बिजली विद्युत विभाग से ली जायेगी। इसके लिये 3 पम्पिंग स्टेशन सहित 3300 मिली मीटर, 2950 मिली मीटर और 1300 मिली मीटर व्यास वाली 4 कि.मी., 2.3 कि.मी. तथा 2.7 कि.मी. लंबी राईजिंग मेन पाईप लाईन डाली जायेगी।

इंदिरा सागर नहर से पानी लिफ्ट कर कमाण्ड क्षेत्र में भूमिगत पाइप लाइन द्वारा सिंचाई की जायेगी। इस प्रणाली में किसानो को 20 मीटर प्रेशर हेड पर दबावयुक्त जल उपलब्ध होगा। इससे किसान ड्रिप तथा स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति से कम जल में अधिक सिंचाई का लाभ ले सकेंगे। वाटर एफिशियेन्सी बढने से उत्पादन में बढोत्तरी होगी।

परियोजना में किसानो को औसतन ढाई हेक्टेयर चक तक दबावयुक्त जल मिलेगा। किसानो को नहर पद्धति से सिंचाई के लिये आवश्यक खेत का समतलीकरण आदि कमाण्ड एरिया विकास काम करवाने की आवश्यकता नहीं होगी। नहरों के लिये भूअर्जन में जाने वाली उपजाऊ भूमि भी बचेगी। इस प्रकार इन पर होने वाला व्यय बचेगा।

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