नई दिल्ली : मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को गुरुवार को एक महीना पूरा हो गया है। विपक्ष आज इस फैसले के खिलाफ काला दिवस मना रहा है। विपक्षी सांसदों ने आज संसद परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। विपक्ष के नेता आज काली पट्टी बांधकर संसद पहुंचे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार का नोटबंदी का फैसला बोल्ड नहीं बल्कि बेकार है। यह मूर्खतापूर्ण निर्णय था जिसके कारण देशभर में 100 से ज्यादा लोग मारे गए। इसके पीछे मोदी जी का अहंकार है। उन्होंने ये भी कहा कि आज सरकार पेटीएम को बढ़ावा दे रही है। नोटबंदी के फैसले से देश को नुकसान हुआ है। नोटबंदी का फैसला बिना सोचे समझे लिया गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी पर हम संसद में चर्चा और वोटिंग चाहते हैं लेकिन सरकार नहीं चाहती है। पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राहुल ने यह भी कहा कि कभी-कभी कड़ा फैसला गलत हो जाता है। पीएम का नोटबंदी संबंधी कथाकथित साहसिक कदम एक मूखर्तापूर्ण फैसला है, जिसने देश को बर्बाद कर दिया है। पीएम को नोटबंदी पर बहस के लिए संसद आना चाहिए, हम उन्हें इससे बचकर भागने नहीं देंगे।
राहुल ने कहा कि इसका सबसे ज्यादा नुकसान गरीब, किसानों को हुआ। बुआई नहीं हो सकी। लार्सन एंड टर्बो ने एक लाख लोगों को निकाल दिया, बेरोजगारी बढ़ रही है। ये बोल्ड नहीं मूर्खतापूर्ण निर्णय है। पीएम पहले देश से कालेधन की बात कर रहे थे, कहते थे कि वो आएगा तो किसानों को देंगे। अब ये बात नहीं करते।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के इस आइडिया से पीएम मोदी का लक्ष्य सिर्फ कुछ लोगों को फायदा पहुंचाना है। इससे देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, वे हंस रहे हैं और यहां देश के लेाग परेशान झेल रहे हैं।
उधर, बीजेपी ने कहा कि नोटबंदी का विरोध करने वाले कालेधन के समर्थन में हैं। केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि ये काला दिवस नहीं बल्कि कालाधन समर्थक दिवस है। वहीं, संसद में नोटबंदी पर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए सरकार और विपक्ष के बीच बातचीत बेनजीता रही।
बता दें कि विपक्षी दल के सांसद आज काली पट्टी बांधकर संसद में पहुंचे और नोट बंदी के एक महीने पूरे होने पर वे मोदी सरकार का विरोध कर रहे हैं। संसद परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष भी विपक्ष ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आज नोटबैन लागू हुए एक महीने हो गए। हम नारे नहीं लगाएंगे बल्कि मौन रहकर काला दिवस मनाएंगे. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे नहीं मालूम की लाल कृष्ण आडवाणी के बयान का कितना असर होगा लेकिन हम बहस जारी रखने की कोशिश कर रहे हैं। नोटबैन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहे। संसद परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के पास विपक्षी दल के सदस्य नोटबंदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार का नोटबंदी का फैसला बोल्ड नहीं बल्कि बेकार है। यह मूर्खतापूर्ण निर्णय था जिसके कारण देशभर में 100 से ज्यादा लोग मारे गए। इसके पीछे मोदी जी का अहंकार है। उन्होंने ये भी कहा कि आज सरकार पेटीएम को बढ़ावा दे रही है। नोटबंदी के फैसले से देश को नुकसान हुआ है। नोटबंदी का फैसला बिना सोचे समझे लिया गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी पर हम संसद में चर्चा और वोटिंग चाहते हैं लेकिन सरकार नहीं चाहती है। पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राहुल ने यह भी कहा कि कभी-कभी कड़ा फैसला गलत हो जाता है। पीएम का नोटबंदी संबंधी कथाकथित साहसिक कदम एक मूखर्तापूर्ण फैसला है, जिसने देश को बर्बाद कर दिया है। पीएम को नोटबंदी पर बहस के लिए संसद आना चाहिए, हम उन्हें इससे बचकर भागने नहीं देंगे।
राहुल ने कहा कि इसका सबसे ज्यादा नुकसान गरीब, किसानों को हुआ। बुआई नहीं हो सकी। लार्सन एंड टर्बो ने एक लाख लोगों को निकाल दिया, बेरोजगारी बढ़ रही है। ये बोल्ड नहीं मूर्खतापूर्ण निर्णय है। पीएम पहले देश से कालेधन की बात कर रहे थे, कहते थे कि वो आएगा तो किसानों को देंगे। अब ये बात नहीं करते।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के इस आइडिया से पीएम मोदी का लक्ष्य सिर्फ कुछ लोगों को फायदा पहुंचाना है। इससे देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, वे हंस रहे हैं और यहां देश के लेाग परेशान झेल रहे हैं।
उधर, बीजेपी ने कहा कि नोटबंदी का विरोध करने वाले कालेधन के समर्थन में हैं। केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि ये काला दिवस नहीं बल्कि कालाधन समर्थक दिवस है। वहीं, संसद में नोटबंदी पर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए सरकार और विपक्ष के बीच बातचीत बेनजीता रही।
बता दें कि विपक्षी दल के सांसद आज काली पट्टी बांधकर संसद में पहुंचे और नोट बंदी के एक महीने पूरे होने पर वे मोदी सरकार का विरोध कर रहे हैं। संसद परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष भी विपक्ष ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आज नोटबैन लागू हुए एक महीने हो गए। हम नारे नहीं लगाएंगे बल्कि मौन रहकर काला दिवस मनाएंगे. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे नहीं मालूम की लाल कृष्ण आडवाणी के बयान का कितना असर होगा लेकिन हम बहस जारी रखने की कोशिश कर रहे हैं। नोटबैन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहे। संसद परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के पास विपक्षी दल के सदस्य नोटबंदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
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