Thursday, August 15, 2024

मुश्किल में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ! सुप्रीम कोर्ट ने दिए एसआईटी गठन के निर्देश

मध्य प्रदेश सरकार के सीनियर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत मुश्किल में नजर आ रहे है , एक याचिकापर कोर्ट ने एसआईटी गठन के आदेश दिए गए हैं,, इसमें यह भी कहा गया है की एक लापता व्यक्ति के मामले में पुलिस को मामला दर्ज करना चाहिए ,,,, ओबीसी महासभा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है की गोविंद सिंह राजपूत मामले में जो एसआईटी गठन हो उसमे सीधी भर्ती के आईपीएस अधिकारी को शामिल किया जाए,मामले में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जांच में सहयोग की बात कही है,और कहा है उनके खिलाफ कोई सीधी टिप्पणी नही की गई है ,,उनके खिलाफ अनर्गल प्रचार किया जा रहा है! सुप्रीम कोर्ट ने सागर के मानसिंह पटेल नाम के शख्स की रहस्यमय गुमशुदगी की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया है. यह मामला उस समय सुर्खियों में आया जब मानसिंह के बेटे सीताराम पटेल ने गंभीर आरोप लगाए. सीताराम ने तब मध्य प्रदेश के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर अपने पिता की गुमशुदगी और उनकी पुश्तैनी जमीन को अवैध तरीके से कब्जाने का आरोप लगाया था.अब इस मामले में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का बयान भी आ गया है उन्होंने कहा है कि कोर्ट ने उनके खिलाफ कोई टिप्पणी नही की है बल्कि एसआईटी गठन की बात कही है और वो जांच में सहयोग करेंगे

Tuesday, August 13, 2024

जानिए एमपी में मंत्रियो को दिए गए जिलों के प्रभार के समीकरण

मध्य प्रदेश में मंत्रियों को जिलों के प्रभार दिए गए हैं जिलों के प्रभार में मंत्रियों की सीनियरिटी की बजाय उनकी कनेक्टिविटी का ध्यान रखा गया है,, यही कारण है की बड़े मंत्रियों के हिस्से में महानगर नहीं आए हैं मध्य प्रदेश के मंत्रियों को जो जिले के प्रभाव दिए गए हैं उनमें सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की हो रही है प्रहलाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय जैसे मंत्रियों को महानगर नही दिए गए है ,,महिला मंत्रियो को पड़ोस के जिले तो वही अन्य मंत्रियो को जातिगत समीकरण के हिसाब से आवंटन हुए है,सिंधिया समर्थकों को सिंधिया के प्रभाव के जिले दिए गए है ,,आइये जानते है किस मंत्री को किस जिले का प्रभार क्यो दिया गया मंत्री प्रभार के जिले डॉ. मोहन यादव इंदौर -प्रदेश की आर्थिक राजधानी ,और सीएम का पड़ोसी जिला जगदीश देवड़ा- जबलपुर, देवास -डिप्टी सीएम होने के नाते महानगर का प्रभार ,, राजेन्द्र शुक्ल सागर, शहडोल-डिप्टी सीएम के कद देखते हूए सागर जिले का प्रभार,, शहडोल रीवा का पड़ोसी जिला विजय शाह/रतलाम, झाबुआ-रतलाम झाबुआ लोकसभा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है और विजय शाह सरकार में सबसे सीनियर आदिवासी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय-सतना, धार -कद के अनुरूप नही मिले जिले ,धार इंदौर का पड़ोसी जिला और विधानसभा क्षेत्र की सीमा से जुड़ा है प्रहलाद पटेल-भिंड, रीवा -प्रह्लाद पटेल कर सकते है बदलाव की मांग ,हालांकि रीवा प्रदेश का पांचवा सबसे बड़ा शहर राकेश सिंह -छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम-दोनो ही जिलों में प्रभाव,, नर्मदा नदी से भावनात्मक जुड़ाव करण सिंह वर्मा-मुरैना, सिवनी-कारण सिंह वर्मा के लिए बन सकती है मुश्किल ,शिवराज के करीबी को भेजा दिग्गजों के क्षेत्र में उदय प्रताप सिंह-बालाघाट, कटनी -कटनी गृह जिले नरसिंहपुर का करीबी जिला लेकिन बालाघट से कोई कनेक्ट नही संपतिया उइके -सिंगरौली, आलीराजपुर-आदिवासी चेहरा होने के नाते आदिवासी जिले अलीराजपुर का प्रभार तुलसी सिलावट ग्वालियर, बुरहानपुर-पिछली बार भी थे ग्वालियर के प्रभारी ,सिंधिया के।करीबी होने के चलते दुबारा ग्वालियर की जिम्मेदारी एदल सिंह कंसान-दतिया, छतरपुर पड़ोसी जिले के साथ साथ पुराने विधायक मित्र के जिले की जिम्मेदारी निर्मला भूरिया-मंदसौर, नीमच -दोनो ही जिले गृह जिले झाबुआ के पड़ोसी क्षेत्र गोविंद सिंह राजपूत नरसिंहपुर, गुना-सिंधिया समर्थक होने के कारण गुना की और नरसिंहपुर गृह जिले से लगा है विश्वास सारंग-खरगोन, हरदा-सीएम्ब्से दूरियों के चलते नही पा।पाए मनमाफिक जिला नारायण सिंह कुशवाह-शाजापुर, निवाड़ी -कार्यशैली से सक्रिय मंत्री नही इसीलिए छोटे जिलों की जिम्मेदारी नागर सिंह चौहान-आगर, उमरिया -सीएमनके खिलाफ खुलकर मोर्चा खोलना पड़ा भारी ,आदिवासी चेहरा होने के नाते उमरिया का प्रभार प्रद्युम्न सिंह तोमर-शिवपुरी, पाढूर्णा-सिंधिया के करीबी होने के नाते उनके लोकसभा क्षेत्र के जिले शिवपुरी का प्रभार चैतन्य कुमार काश्यप-भोपाल, राजगढ़-सीएम के करीबी होने का बड़ा फायदा मिला ,,राजधानी भोपाल के प्रभार में बड़े दावेदारों को पछाड़ा इंदर सिंह परमार-पन्ना, बड़वानी-सीएम से दूरियां रही है चर्चा में ,वीडी शर्मा के क्षेत्र के प्रभारी बने राकेश शुक्ला-श्योपुर, अशोकनगर-सिंधिया के करीबी नेता को सिन्धिया के लोकसभा क्षेत्र के जिले का प्रभार रामनिवास रावत -मंडला, दमोह-वनमंत्री होने के चलते मंडला की जिम्मेदारी कृष्णा गौर -सीहोर, टीकमगढ़-महिला नेत्री होनेके चलते गृह जिले केकरीबी जिले सीहोर का प्रभार,, टीकमगढ़ यादव बाहुल्य धर्मेन्द्र सिंह लोधी -खंडवा-धर्म और पर्यटन की दृष्टि से विभागीय रुप से महत्वपूर्ण जिला दिलीप जायसवाल-सीधी- गृह जिले अनुपपुर का।पड़ोसी जिला गौतम टेटवाल/उज्जैन-सीएम ने अपने गृह जिले में दी।अपने करीबी को जिम्मेदारी लखन पटेल-विदिशा, मऊगंज-गृह जिले का पड़ोसी जिला और मऊगंज पटेल बाहुल्य नारायण सिंह पवार-रायसेन/पड़ोसी जिला और जातिगत समीकरण के लिहाज से उपयुक्त नरेन्द्र शिवाजी पटेल-बैतूल-जातिगत समीकरणों के लिहाज से आवंटन प्रतिमा बागरी-डिंडौरी-कम अनुभव के चलते छोटे जिले।की जिम्मेदारी दिलीप अहिरवार अनूपपुर- अनुभव की कमी के चलते छोटे जिले की जिम्मेदारी राधा सिंह-मैहर- अनुभव की कमी के चलते नए जिले।की जिम्मेदारी

मंत्रियो को दिए गए जिलों के प्रभार,, सीएम मोहन यादव ने रखा इंदौर जिला

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने लंबे समय के इंतजार के बाद मंत्रियों के प्रभार के जिलों की सूची जारी कर दी है, खुद सीएम मोहन यादव ने अपने पास इंदौर जिला रखा है, सीनियर मंत्रियों को दो-दो जिले दिए गए हैं, जगदीश देवड़ा जबलपुर के प्रभारी होंगे,,,
मंत्री प्रभार के जिले डॉ. मोहन यादव इंदौर जगदीश देवड़ा जबलपुर, देवास राजेन्द्र शुक्ल सागर, शहडोल विजय शाह रतलाम, झाबुआ कैलाश विजयवर्गीय सतना, धार प्रहलाद पटेल भिंड, रीवा राकेश सिंह छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम करण सिंह वर्मा मुरैना, सिवनी उदय प्रताप सिंह बालाघाट, कटनी संपतिया उइके सिंगरौली, आलीराजपुर तुलसी सिलावट ग्वालियर, बुरहानपुर एदल सिंह कंसाना दतिया, छतरपुर निर्मला भूरिया मंदसौर, नीमच गोविंद सिंह राजपूत नरसिंहपुर, गुना विश्वास सारंग खरगोन, हरदा नारायण सिंह कुशवाह शाजापुर, निवाड़ी नागर सिंह चौहान आगर, उमरिया प्रद्युम्न सिंह तोमर शिवपुरी, पाढूर्णा चैतन्य कुमार काश्यप भोपाल, राजगढ़ इंदर सिंह परमार पन्ना, बड़वानी राकेश शुक्ला श्योपुर, अशोकनगर रामनिवास रावत मंडला, दमोह कृष्णा गौर सीहोर, टीकमगढ़ धर्मेन्द्र सिंह लोधी खंडवा दिलीप जायसवाल सीधी गौतम टेटवाल उज्जैन लखन पटेल विदिशा, मऊगंज नारायण सिंह पवार रायसेन नरेन्द्र शिवाजी पटेल बैतूल प्रतिमा बागरी डिंडौरी दिलीप अहिरवार अनूपपुर राधा सिंह मैहर

Thursday, August 1, 2024

मध्य प्रदेश में मंत्रियो के जिलों के प्रभार की पॉलिसी बनी ,जानिए कौन होगा किस जिले का प्रभारी

मध्य प्रदेश में किस मंत्री को कौन सा जिला दिया जाएगा इसको लेकर पॉलिसी बनाने में लगातार देरी होती रही है, लेकिन अब माना जा रहा है कि मंत्रियों के प्रभार के जिले आवंटन के लिए पॉलिसी तैयार हो गई है, शुरुआती दौर में बड़े मंत्रियों की पसंद के चलते इसमें लगातार देरी हो रही थी, अब तय किया गया है की बड़े मंत्रियों को उनके गृह जिले का प्रभार भी दिया जा सकता है, इस तरह अगर हम देखें तो कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर का, राजेंद्र शुक्ला को रीवा का ,राकेश सिंह को जबलपुर का प्रभार दिया जा सकता है , इसके अलावा प्रह्लाद पटेल को संभावना जताई जा रही है की नरसिंहपुर या भोपाल का प्रभारी बनाया जा सकता है, इसी तरह बात करें तो उदय प्रताप सिंह को होशंगाबाद का,, जगदीश देवड़ा को मंदसौर और रतलाम का , चेतन कश्यप को धार का प्रभारी बनाया जा सकता है , मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इसको लेकर अब जल्द ही फैसला कर सकते हैं मंत्रियों के प्रभार के जिले घोषित होते ही मध्य प्रदेश में नई ट्रांसफर पॉलिसी लागू करने की भी तैयारी है , जिसमें प्रभारी मंत्रियोों को एक बार फिर जिलों के अंदर के तबादले विभागीय समन्वय के साथ करने के अधिकार दिए जा सकते हैं...

Sunday, July 21, 2024

एमपी कांग्रेस का बढ़ा कुनबा, आप के जिला अध्यक्ष समेत सैकड़ों समर्थक शामिल

 


भोपाल। आम आदमी पार्टी के टीकमगढ़ जिला अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार जैन ने आज अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ यादवेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने उन्हें कांग्रेस कार्यालय के सभागार में पार्टी का पटका पहनकर स्वागत किया , इस दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा सभी लोगों को अच्छी मेहनत करना है और आने वाले समय में कांग्रेस की केंद्र और प्रदेश में सरकार बनेगी , उन्होंने कहा इस दफा थोड़ी सी कसर रह गई वरना मोदी जी इस देश के प्रधानमंत्री नहीं बनते, पटवारी ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा बीजेपी ने एक आदेश निकाला है दुकानों पर नाम लिखवाना इससे नफरत फैले , बीजेपी हमेशा ये देखती है की देश में नफरत कैसे फैले , उन्होंने कहा बीजेपी हमेशा नफरत की राजनीति करती है इससे हम सतर्क रहना होगा।



इधर जितेंद्र जैन उर्फ जीतू जैन ने कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद कहा , मैं पैसों का लालची नहीं हूं वरना बीजेपी में शामिल हो जाता, उन्होंने कहा में तो संघर्ष करने आया हूं इस लिए कांग्रेस का दामन थामा है।




गुरु पूर्णिमा पर सीएम मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को दी बधाई




भोपाल। आज देशभर में गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गुरु पूर्णिमा पर शुभकामनाएं और बधाई दी। सीएम डॉ मोहन यादव ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि मेरी ओर से प्रदेशवासियों और सभी देशवासियों को बधाई... हमारी सरकार ने विश्वविद्यालय के कुलपतियों का नाम बदलकर कुलगुरु किया है क्योंकि गुरु परंपरा हमारी आदिकाल से चली आ रही है। हमारी संस्कृति, शिक्षा और जीवन शैली के बलबूते पर भारत दुनिया का सदैव नेतृत्व करता रहा है। ऐसा माना जाता है कि अपने गुरुकुल की स्थापना के बलबूते पर मानव संस्कृति के लिए जानी जाती है। आज गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर मेरी अपनी ओर से सभी आध्यात्मिक संतो, शिक्षकों, प्राध्यापक, कुलगुरु और और पूरे प्रदेशवासियों को बधाई।